AMIT kr VANSI

बिहार

               

                  बिहार

अप्पन माटी सबके प्यारी

है हम भी जन्मजात बिहारी

कोई राज्य न ऊंच है ना नीच

सबके अप्पन खास पहचान है

वैसे ही बिहार के अप्पन रीत।

 

मगही मैथिली भोजपुरी जहां,

है अनमोल भाषा में बातचीत।

गर्व है हमरो अप्पन माटी पर,

जहां उगता हर ऋतु में कितना चीज।

 

क्या  नहीं  है  जी  हमरा  इहवा ?

प्राकृतिक नदियां हैं वन उपवन है,

राजा महाराजा के प्राचीन किला है।

अनेकों   धर्म  के  इहवा  मेला  है,

महापुरुषों   के   साड़ी  यादें   है।

 

हम  बिहारी  बड़ा  संस्कारी  हैं।

दया  भाव  है  खून  में  हमरा,

पर  अन्याय  न  सहना  बीमारी है।

पड़ोसी  हो  या  क्यों  न  परदेसी,

सबके लिए दिल में बराबर सम्मान है।..

 

जितना  प्यार  अप्पन  माटी  से,

उतना   ही  है  सब  हमरा  हित ।

कभी खत्म ना होगा गुणगान बिहार का,

आइए ना कभी बिहार ओ हमारे मीत।

 

अमित कुमार वंशी