Panchi

कौन हूं मैं ?

समझो तो कहानी हूं मैं,

प्यार की अनमोल निशानी हूं मैं ,

बहा ले जाए समंदर को जो 

वो सैलाब हूं मैं,

खींच ले जो जमीं वो फरमान हूं मैं,

आंखों से बहता पानी हूं मैं,

समाज से हारी दीवानी हूं मैं ,

रख सको तो निशानी हूं मैं ,

को दो तो सिर्फ कहानी हूं मैं...