वो मेरा है..
अपना लूं क्या..
जो ख्वाब पूरा ना हुआ मेरा..
चुरा लूं क्या...
जमाने से छुपके जो लिखी तुझ पर शायरी...
तू कहे तो सुना दूं क्या...
तू जो पहली बार स्कूल में मिली थी मुझको...
कुछ ख्याल आया था मेरे दिल में...
तू कहे तो बता दूं क्या..
यूं तो हर रंग तुझ पर जचता है...
वो सफेद टीशर्ट गुलाबी लोअर आज भी मेरे दिल में बसता है...
तू कहे तो तेरे दिल को बता दूं क्या...
मासूम है तू...
मोहब्बत है तुझसे..
तू कहे तो घर पे बता दूं क्या...
♥
-अनुज शर्मा अलीगढ़