Dev Parth

यादों की छाया

रात की चुपके से, जहां छाएं फीकी हो जाती हैं,
तेरी हंसी की गुनगुनाहट, सपनों में भी बिखर जाती है।
यादें चमकती हैं जैसे अंधेरे में खोई हुई तारे,
हर पल तेरे साथ, जीवन की ये सच्चाई बन जाती है।
 
तेरा प्यार मेरी धुन है, एक दर्दभरी और प्यारी धुन,
हर धड़कन में, चाँदनी के नीचे, मैं सुकून ढूंढता हूँ।
जो तूफान चले, तू मेरी नाजुक रोशनी है,
तेरी बाहों में, हर कुछ पहले चमकता था, अब सही लगता है।
 
चाँदनी के ठंडे नजरों के नीचे, हमारे सपने धीरे-धीरे फीके होते हैं,
भाषा में सुंदर शब्दों में, धीरे-धीरे उनकी आवाज में दी हैं।
तेरे साथ, हर सांस एक प्रार्थना है, हर स्पर्श एक कांटा है,
हमारे दिलों के ताल में, जहां प्यार पैदा हुआ था।
 
तेरा प्यार मेरी धुन है, एक दर्दभरी और प्यारी धुन,
हर धड़कन में, चाँदनी के नीचे, मैं सुकून ढूंढता हूँ।
जो तूफान चले, तू मेरी नाजुक रोशनी है,
तेरी बाहों में, हर कुछ पहले चमकता था, अब सही लगता है।