लाल रंग

Parizaad Hafi

        लाल रंग        

ये जो लाल रंग है,
वह रंग नहीं, रक्त है

ये इतिहास, इतिवृत्त और वर्तन्त है,

ये जो सुरख लाल रंग है,
थे जुनून है,

ये शक्ति है,ये ताकत,ये ऊर्जा है,
ये साहस है, ये आत्मविश्वास है,
ये प्रभाव है
ये ज्वाला है।

ये लाल, संकट है,भयानक है
ये लाल प्रेम है, स्नेह है,
आदर्श है, अनुशासन है,
ये भक्ति है
ये आस्था है,
ये लाल जो है
वो आत्मा है।

        -Hasan Hafi. 

  • Author: Parizaad Hafi (Pseudonym) (Offline Offline)
  • Published: August 19th, 2023 08:26
  • Comment from author about the poem: A type of descriptive poetry in hindi literature.... does not mean anything to me..... i just like Red colour
  • Category: Surrealist
  • Views: 4
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