आंखों से दिल तक लाने की कोशिश में लगा हूं
हां तुझको ही मैं पाने की कोशिश में लगा हूं
बात थी वो जो दिल में हमने भी सालों से छुपाई
वो अब जाकर तुझको बताने की कोशिश में लगा हूं
ख़्वाब थे अपने कुछ टूटे बिखरे से आँखों में
मैं अब उनको फिर से सजाने की कोशिश में लगा हूं
तुम अब एक नई दुनिया को बसाने में लगे हो
मैं इस घर को अब भी बचाने की कोशिश में लगा हूं
मेरे आंसू अब तो कहीं राज़-ए-वफ़ा खोल न दें
मैं इनको इस कारण छुपाने की कोशिश में लगा हूं
अनमोल

Offline)
Comments1
Lajbab !
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