खाली न बैठु

ankita awasthi

करती हु कोशिश खाली न बैठु 

कुछ अजीब सा खालीपन 
कुछ न कर पाने की विवशता
अपनों में परायेपन की चुभन 
खुद के खोखलेपन का एहसास 
करती हु कोशिश खाली न बैठु 
खुद को काम में लगाए रखु
मरती हुई इच्छाओ को जगाये रखु 
घनघोर अंधकार से भरा मन 
उसमे छोटी सी आशा की लौ जलाये रखु 
करती हु कोशिश खाली न बैठु 
हजारो अजीबो गरीब ख्याल 
अनगिनत अनकहे सवाल 
उम्मीदों के बोझ तले झुकता कन्धा 
कभी खुद की नज़रो में ही शर्मिंदा 
करती हु कोशिश खाली न बैठु 
बाहर से तो सब छलावा है 
मुझे जान पाया कौन मेरे अलावा है 
मुस्कराहट के पीछे छिपा अनकहा दर्द 
तू कहा जान पाया ऐ मेरे हमदर्द 
करती हु कोशिश खाली न बैठु 

  • Author: ankita awasthi (Offline Offline)
  • Published: February 4th, 2023 11:57
  • Category: Unclassified
  • Views: 8
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