समझो तो कहानी हूं मैं,
प्यार की अनमोल निशानी हूं मैं ,
बहा ले जाए समंदर को जो
वो सैलाब हूं मैं,
खींच ले जो जमीं वो फरमान हूं मैं,
आंखों से बहता पानी हूं मैं,
समाज से हारी दीवानी हूं मैं ,
रख सको तो निशानी हूं मैं ,
को दो तो सिर्फ कहानी हूं मैं...
- Author: Aapki Zindagi (Pseudonym) ( Offline)
- Published: August 20th, 2023 11:16
- Category: Sad
- Views: 2
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