सपनों की दुनिया, रात की चादर में बैठी,
छाई है रौशनी, मन को भर देती।
चंदनी रातों में, सपनों की बातें हैं,
खो जाएं जब हम, तो सपनों में हमें पातें हैं।
बादलों की चादर में, छुपा है सपनों का आशियाना,
मिलते हैं हमारे ख्वाबों में, खुशियों का सम्राट हम।
चाँदनी की किरणों में, बचपन के खेल हैं,
सपनों की डोली में, रातें हमारी मील हैं।
खुलती है आंखें, सवेरा आता है,
सपनों का सफर, दिल को बहुत हर्षित बनाता है।
चलो सपनों की दुनिया में, बसा लें ख्वाबों को,
जहाँ हर पल है खास, और मन है खुशियों से भरा।
- Author: Chiki (Pseudonym) ( Offline)
- Published: January 18th, 2024 00:24
- Category: Fantasy
- Views: 5
Comments2
I have no Hindi (though I studied a little Sanskrit in grad school decades ago in comparative linguistics) but pulled up several translations in English. I wish I could hear you chant this little piece, which is a sort of dream to the reader. I suspect it is melodic. The phrases are sweet and enchanting.
Thank you
I fed your poem to the AI translator DeepL but it does not speak Hindi yet...
OK, will write in English
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