संघर्ष है ज़रुरी,जीवन हमें सिखाए।

search of life



संघर्ष है ज़रूरी जीवन हमें सिखाए।

जिससे मिली सफलता वह मार्ग ये दिखाए।।

आसाँ बहुत नहीं है ना मार्ग भी सरल है।

पाने यहाँ विजय को पीना पड़ा गरल है।।

 

मानो अभी यहाँ जो बातें तुम्हें बताऊं।

संस्कार इस जगत में पूजित हुआ सुनाऊं।।

पशुवत हुआ मनुज जो संस्कारहीन होता।

सोचें भला जगत जो वह प्रेमनीर सोता।।

  • Author: search of life (Offline Offline)
  • Published: December 15th, 2024 11:09
  • Comment from author about the poem: अति प्रेरक काव्य You can visit my blog also:- bbpathak68.blogspot.com
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