Published poems by Anmol Sinha
- क्या मेरे प्यार की कोई ख़बर नहीं है तुम्हे
Nov 3rd 2025 (10:30) - तेरी बातें (नज़्म)
Oct 26th 2025 (12:23) - हमारे नाम से रोशन है महफिल तेरी ये लेकिन
Oct 25th 2025 (07:07) - दिल में किसी की याद को लाना फ़िज़ूल है
Oct 17th 2025 (10:16) - सुनते हैं जीना भी यहां उनका मुहाल है
Oct 13th 2025 (20:12) - आंखों से दिल तक लाने की कोशिश में लगा हूं
Oct 10th 2025 (05:28) - मेरे कमरे में एक खिड़की खुली ही रहती है (नज़्म)
Oct 9th 2025 (06:30) - पलकों पे हैं सितारे
Oct 1st 2025 (10:42) - न जाने कितने आराम से वो सोते होंगे
Sep 29th 2025 (06:46) - ख्वाब बेचे घर चलाने को
Sep 27th 2025 (05:44) - वादा, दिलासा अब न कोई एतबार था
Sep 22nd 2025 (12:44) - हम वाकिफ थे बनाओगे ना अपना मुझको
Sep 21st 2025 (19:14) - जो भी मिली है चीज़ निहायत बुरी मिली
Sep 20th 2025 (10:40) - अपने किये गुनाह सभी धो चुका है वो
Sep 19th 2025 (11:52) - किस कदर अब तेरी यादें सता रहीं हैं मुझे
Sep 18th 2025 (11:12) - कुछ अब ताज़े गुल खिलते देख रहा हूँ
Sep 17th 2025 (06:02) - ये मुझको ही नहीं बेकल तो कर रहा होगा
Sep 13th 2025 (02:23) - मेरी अलमारी में कल ही पड़ी मिली है मुझे
Sep 12th 2025 (03:39) - अब नफरतों के जहां में
Sep 11th 2025 (03:51) - ज़िंदगी से मुझे अब तो मलाल होने लगा
Sep 9th 2025 (22:54) - अब क्या बतलाएं और कैसे बताएं हम
Sep 6th 2025 (06:29) - हाय! क्या बात है अब वो उदास रहने लगा
Sep 2nd 2025 (20:15) - शाम आई है आँख भरने लगी
Aug 31st 2025 (12:09)
